नूंह हिंसा को लेकर जामिया में छात्र संगठनों का प्रदर्शन, मोनू मानेसर को गिरफ्तार करने की मांग ।

हरियाणा के नूंह में हुई हिंसा के खिलाफ आज गुरुवार को जामिया मिल्लिया इस्लामिया में कई छात्र संगठनों ने प्रदर्शन किया।

नूंह  हिंसा को लेकर जामिया में छात्र संगठनों का प्रदर्शन,  मोनू मानेसर को गिरफ्तार करने की मांग ।

नई दिल्ली, हरियाणा के नूंह में हुई हिंसा के खिलाफ आज गुरुवार को जामिया मिल्लिया इस्लामिया में कई छात्र संगठनों ने प्रदर्शन किया। साथ ही छात्र संगठनों ने नूंह हिंसा के बाद जिन निर्दोष लोगों के मकान तोड़े गए है उन्हे मुआवज़ा देने और बजरंग दल के सदस्य मोनू मानेसर की गिरफ्तारी की मांग की। इस प्रदर्शन में विभिन्न संगठनों के 100 से अधिक छात्रों ने हिस्सा लिया और सभी छात्र विश्वविद्यालय के गेट सात पर जमा हुए। छात्र अपने हाथों में विभिन्न पोस्टर थामे हुए थे जिसमें लिखा हुआ था  “ नूंह को बचाओ', ‘28 अगस्त को विहिप की शोभा यात्रा को रोको' और ‘हिंसा बंद करो' और ‘‘ मोनू मानेसर को गिरफ्तार करो” जैसे वाक्य लिखे हुए थे। 

इन प्रदर्शनकारी की केंद्र से तीन मांगे हैं- जिसमें बेगुनाह मुसलमानों के खिलाफ दर्ज प्राथमिकियां रद्द करें, जिनके घरों पर बुल्डोज़र चलाया गया है, उन्हें मुआवज़ा दिया जाए और मोनू मानेसर को गिरफ्तार किया जाए।” साथ ही इस प्रदर्शन के माध्यम से छात्र संगठन विश्व हिंदू परिषद (विहिप) की 28 अगस्त को प्रस्तावित ‘बृज मंडल जलाभिषेक यात्रा'को रोकने की भी अपील कर रहे है हालंकि अधिकारियों ने ‘बृज मंडल जलाभिषेक यात्रा' को इजाजत देने से पहले ही इनकार कर दिया है। 

बता दे कि नूंह जिले में 31 जुलाई को विहिप की यात्रा के दौरान कथित रूप से पथराव के बाद नूंह में सांप्रदायिक हिंसा भड़क गई थी। इस हिंसा की आग पड़ोसी जिले गुरुग्राम तक भी फैल गई थी। जिसमे दो होम गार्ड, एक इमाम समेत छह लोगों की मौत हो गई थी। 

वही विहिप नेता देवेंद्र सिंह ने कहा था कि उन्हें अभी इस बात की कोई जानकारी नहीं है कि उन्हे यात्रा के लिए इजाजत नहीं दी गई है साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि यात्रा के लिए उन्हे किसी अनुमति की जरूरत नहीं है। फौज़ ने कहा कि प्रदर्शनकारी योजना के तहत “हरियाणा भवन तक भी मार्च नहीं कर सके क्योंकि पुलिस ने उन्हें ऐसा करने इजाजत नहीं दी उनका दावा किया। प्रदर्शन के दौरान जामिया के गेट नंबर सात, आठ और नौ को बंद कर दिया गया था। और हमसे यह भी कहा गया कि अगर प्रदर्शन गेट से बाहर आते है तो हमें लंबे वक्त के लिए हिरासत में ले लिया जाएगा।