Jabalpur News Today : रात भर मृत पति के पास बैठ शव से बाते करती रही महिला, सुबह हुई मौत की जानकारी...

70 साल की आदिवासी महिला जो अपने पति के साथ फुटपाथ पर रहकर जिंदगी बिता बीता रही थी दरमियानी रात उसके पति की मौत हो गई

Jabalpur News Today : रात भर मृत पति के पास बैठ शव से बाते करती रही महिला, सुबह हुई मौत की जानकारी...

मध्यप्रदेश के जबलपुर से एक भावुक कर देने वाली घटना सामने आयी है जहां शासकीय इंजीनियरिंग कालेज के बाउंड्रीवाल के पास एक 70 साल की आदिवासी महिला जो अपने पति के साथ फुटपाथ पर रहकर जिंदगी बिता बीता रही थी दरमियानी रात उसके पति की मौत हो गई। महिला रात भर अपने मृत पति के पास बैठकर बाते करती रही सुबह कब हुयी उसे पता ही नहीं चला जब पति ने कोई जवाब नहीं दिया और न उसके शरीर में कोई हलचल हुयी तो बुजुर्ग महिला शांत होकर उसके पास बैठी रही।  आसपास वाले लोगो ने जब यह द्रश्य  देखा तो उसकी आँखों में आंसू आ गए। 

जिसके बाद लोगों ने इसकी सुचना पुलिस को दी।  पुलिस ने जाकर देखा तो बुजुर्ग महिला का पति इस दुनिया को छोड़ कर जा चुका था।  पुलिस ने समाज सेवी और गरीब नवाज कमेटी के सैयद इनायत अली को सुचना दी कि शासकीय इंजीनियरिंग कालेज के बाउंड्रीवाल के पास एक महिला अपने मृत पति के पास  बैठी है। इनायत अली तुरंत मौके  पर पहुंचा और देखा की एक बुजुर्ग महिला जिसका नाम माया ठाकुर है वो अपने मृत पति शंकर  ठाकुर एक बैठी रो रही है। 

महिला ने बताया की वो काफी सालो से फुटपाथ पर ठंडी, गर्मी या फिर बारिश हो अपने पति के साथ रह रही थी।  महिला हॉस्टल में रहने वाले छात्रों के लिए भोजन बनाने का काम करती थी जिससे उसकी रोजी रोटी चल रही थी। उसका पास ही एक मकान नजूल  की जमीन पर बना था, उस मकान को तोड़ दिया गया है। सर पर छत न होने के कारण वो अपने पति के साथ फुटपाथ पर रहकर अपना जीवन यापन कर रही थी।  पति की मौत के बाद अब माया ठाकुर अनाथ और बेबस हो गयी है।

परिवार में महिला का कोई सगा सम्बन्धी न होने कारण इनायत अली, महिला को श्मशान घाट लेकर गया जंहा पर महिला ने अपने पति की चिता को अग्नि दी। इनायत अली ने बताया की महिला का अपना परिवार है लेकिन उसे उस परिवार से कोई लेना देना नहीं है। समाज सेवी इनायत अली का कहना है की अभी तक उन्होंने सैकड़ो चिताओं का दाह  संस्कार किया है लेकिन उसे शासन की तरफ से किसी प्रकार मदद नहीं मिलती है। 

इनायत अली ने अभी तक हिन्दू और मुस्लिम समुदाय के न जाने कितने अनजान और बेघर लोगो का दाह संस्कार कर चुके है।  गरीब नवाज कमेटी के  सैयदइ नायत अली आज भी न जाने कितने लोगो की मदद और इंसानियत की मिशाल पेश कर चुके है।