जबलपुर की होटलों में अब नहीं मिलेगी तेंदुरी रोटी, जिला प्रशासन ने दिया होटल संचालकों को 3 दिनों का आल्टीमेटम

जल्दी ही जबलपुर के होटल, रेस्टोरेंट, ढाबा से गायब हो जाएगा तेंदुरी रोटियों का स्वाद

जबलपुर की होटलों में अब नहीं मिलेगी तेंदुरी रोटी, जिला प्रशासन ने दिया होटल संचालकों को 3 दिनों का आल्टीमेटम

एमपी न्यूज*जबलपुर: होटल में जाकर तंदूरी रोटी के ऑर्डर कर वाले जबलपुर के स्वाद के शौकीन लोगों के लिए बुरी ख़बर सामने आई है क्योंकि अब जबलपुर की होटलों मे तेंदुरी रोटी गुजरे जामाने की बात होने वाली है। क्योंकि कुछ ही दिनों में आप अब होटलों में अपनी पसंदीदा तेंदुरी रोटी का ऑर्डर नहीं कर पायेगे। 

जबलपुर जिला प्रशासन ने यह फैसला प्रदूषण का हवाला देते हुए सभी होटल, रेस्टोरेंट, ढाबा संचालक को 3 दिनों का आल्टीमेटम देते हुए जल्दी ही सभी होटल, रेस्टोरेंट, ढाबा से  तेंदुर हटाने का आदेश दिया है। जिला प्रशासन ने शहर में तेजी से बढ़ते प्रदूषण को रोकने के लिए यह कवायद अपनाया है।

प्रशासन का कहना है कि तेंदुर से निकालने वाला धुआ से काफी मात्रा में प्रदूषण फैलता है इसी लिहाज से इसे जल्दी ही बंद किया जाए। यदि होटल, रेस्टोरेंट, ढाबा संचालक 3 दिनों के आल्टीमेटम के भी जिला प्रशासन के आदेश का पालन नहीं करते पाए जाते है तो खाद्य सुरक्षा विभाग द्वारा  होटल, रेस्टोरेंट, ढाबा संचालक को 5 लाख तक का जुर्माना हो सकता है 

जिला प्रशासन के अनुसार होटल, रेस्टोरेंट, ढाबा तेंदुर के इस्तेमाल से काफी ज्यादा मात्रा में लकड़ी और कोयला का इस्तेमाल किया जाता है जो प्रदूषण तो फैलता ही है इसके साथ ही लकड़ी और कोयला से बनी तेंदुरी रोटी में काफी ज्यादा मात्रा में कार्बन डाई ऑक्साइड भी पाया जाता है जो स्वस्थ्य के लिए हानिकारक होता है। यदि वही रोटियों को इलेक्ट्रिक या एलपीजी से बनाया जाता है तो उसमे कार्बन डाई ऑक्साइड की मात्रा कम पायी जाती है।